
कंपनी के दलाली करने के आरोप में ग्रामीणों ने सात लोगों को घंटों बंधक बनाया
चंदौल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सनीत महतो ने कहा की अदानी एंटरप्राइजेज कंपनी आज का लोक सुनवाई नहीं हो सका
बड़कागांव — अदानी एंटरप्राइजेज के आर एंड आर पुनर्वास और पुनर्स्थापना निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर चंदौल में आहुत ग्राम सभा बुधवार को भू रैयतों ने पुरजोर विरोध किया। एवं कंपनी के समर्थकों को 5 घंटे तक ग्रामीणों ने बंधक बनाया। शाम होने पर उन समर्थकों को छोड़ दिया गया। अदानी एंटरप्राइजेज का आर एंड आर कॉलोनी निर्माण के ग्राम सभा का आम सूचना संख्या 142/रा 20 जनवरी 25 के आलोक में अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को गोंदलपूरा कॉल ब्लॉक आवंटित किया गया है। इसके तहत 5 फरवरी को चंदोल पंचायत भवन प्रांगण में आमसभा सह लोक सुनवाई का कार्यक्रम होना था। भू रैयतो एवं ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण अधिकारी में नहीं पहुंच पाए। इस दौरान ग्रामीणों ने चंदौल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सनित महतो, पप्पू कुमार , दीपक मेहता ,अवधेश कुमार सिंह, रंजन पांडे, गणेश महतो, एवं अन्य लोगों को कंपनी के सपोर्ट करने के आरोप में ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इन लोगों ने कंपनी के साथ मिलकर रेयतो को बरगलाकर कंपनी के हर काम में सपोर्ट कर ग्रामीणों को धोखा दे रहे हैं।इन लोगों को लगभग 5 घंटे तक बंधक बनाया।उसके बाद छोड़ दिया गया।भू रैयत सुबह 7:00 से शाम 5:00 बजे तक आम सभा स्थल पर हजारों की संख्या में डटे हुए थे।

ग्रामीणों का कहना है कि जब हम जमीन नहीं देना चाहते हैं ,तो हमारे साथ जबरन क्यों किया जा रहा है।660 दिन से लगातार धरना पर बैठे हुए हैं। बावजूद झारखंड सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।बाद में इस संबंध में ग्रामीणों ने उपायुक्त के नाम अंचल कार्यालय ज्ञापन दिया गया। जिसमें कहा गया है कि उपायुक्त कार्यालय हजारीबाग अपार समाहर्ता प्रशासक आर एंड आर कार्यालय द्वारा ग्राम सभा जनसुनवाई हेतु आम सूचना आर एंड आर आम सूचना संख्या 142/रा, हजारीबाग दिनांक 20 जनवरी 25 को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को गोंदलपुरा कोल ब्लॉक आमंत्रित किया गया है। जहां गोंदलपूरा कोल ब्लॉक खनन करेगी वह क्षेत्र बहु फसली भूमि है।धान ,गुड, प्याज, लहसुन, कद्दू, सरसों ,चना, टमाटर ,बैगन, कोभी, आम जामुन जैसे बहू फसली जमीन है। भारत सरकार के द्वारा भूमि अधिग्रहण 2013 के तहत कृषि वाली जमीन अधिग्रहण से बाहर रखना है। इसके बावजूद खेती वाली जमीन तथा बदमाही नदी का उद्गम स्थल को खत्म करना, पर्यावरण सुरक्षा के विरुद्ध है।गोंदलपूरा कॉल ब्लॉक के अंतर्गत गोंदलपूरा , गाली, बलोदर , हाहै, एवं फूलांक गांव का जमीन व जंगलआता है। वनाअधिकार 2006 के तहत वनों में निवास करने वाले परिवारों को वन भूमि दिया जाना है। जो लोगों ने सामूहिक पटटा एवं व्यक्तिगत दवा प्रखंड अंचल जिला कार्यालय को दिया है।अभी तक दवा पत्र निर्गत नहीं किया गया है।जहां पूरा विश्व स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण हो गया है।जिस पर देश भर के सभी राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने कोयला उत्सर्जन पर रोक लगाने का प्रस्ताव, उन में रखा गया है। सौर्य ऊर्जा आधारित परियोजनाएं लगाने पर भारत सरकार का पहला होना है।हम सभी गोंदलपूरा कॉल ब्लॉक के रैयत लगातार 2003 से सभी जनसुनवाई ग्राम सभा में आपत्ति दर्ज किया है।हम अपने खत्यानी पहचान के साथ रहना चाहते हैं।
किसी भी कीमत में अपने जमीन व जंगल इस परियोजना को नहीं देंगे। आज 5 फरवरी 2025 कोचा
चदौल पंचायत सचिवालय में आयोजित पुनर्वास व पुनर्स्थापना आम सभा जनसुनवाई को हमेशा के लिए रद्द करने का प्रस्ताव पारित करती है। इसी तरह से हरली गांव के रैयतों ने चदौल मौजा में जमीन नहीं देने का भी आपत्ति दर्ज कराया है। इसका ज्ञापन अंचल कार्यालय को ग्रामीणों ने सौंपा।

